Kapurthala(Sahil Gupta):यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद मची तबाही में पंजाब के जिला कपूरथला की दो बेटियां फंस गई हैं। बताया जा रहा है कि डाक्टर बनने की तमन्ना लेकर यूक्रेन के सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ने गईं दोनों बेटियां अब हॉस्टल में बने बंकर में छिपकर जान बचा रही हैं। वीडियो कॉल के जरिये परिजन को वहां पर हो रही तबाही की दास्तां बयां करने के बाद परिजन काफी ज्यादा खौफजदा हैं और बच्चियों के सही सलामत वापस वतन लौटने की अरदासें कर रहे हैं। यूक्रेन की सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी में फंसीं सुल्तानपुर लोधी के गांव हैबतपुर व गांव पंडोरी की दोनों छात्राएं हॉस्टल में बने बंकर में छिपने को विवश हैं, सरकार ने उनको घर में ही बंद रहने के लिए कहा है।गांव हैबतपुर की गुरलीन कौर और गांव पंडोरी की मुस्कान थिंद की 26 फरवरी शनिवार को वतन वापसी थी, लेकिन तमाम फ्लाइट्स रद्द होने के चलते अब वह वहीं फंस गई हैं। हालांकि उनको भारतीय दूतावास की तरफ से जल्दी ही भारत भेजने का आश्वासन दिया गया है। उधर, दोनों बच्चियों के अभिभावक अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है। उन्होंने कहा कि बेटियों से फोन पर हालात की जानकारी ले रहे हैं और सलामती की दुआएं कर रहे हैं।उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि भारतीय बच्चों की वापसी का तुरंत प्रबंध किया जाए। गांव हैबतपुर निवासी मुख्य अध्यापक सुखविंदर सिंह और उनकी पत्नी रमनदीप कौर ने बताया कि उनकी लड़की गुरलीन कौर यूक्रेन की सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस चौथे साल की छात्रा है। इसी तरह गांव पंडोरी की मुस्कान थिंद पुत्री दलविंदर सिंह भी उनकी बेटी के साथ एमबीबीएस की छात्रा है। उनकी बेटी से वीडियो कॉल के जरिये बात की तो उसने बताया कि वह सुरक्षित है, लेकिन यूक्रेन में हालात बेहद खराब हैं और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।