Jalandhar(S.K Verma):जिस देश में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक रहती है फिर वहां और अधिक सोचने की आवश्यकता नहीं रहती | आज हम ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ विषय पर वार्ता करने वाले हैं | ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ के प्रारंभिक ड्राप्ट जो कि सन 2015 में तैयार हुआ था, पर देश में प्रत्येक स्तर पर चर्चा हुई | पुनः इसका संशोधित रूप केंद्र सरकार ने जनता से सुझाव के लिए भेज दिया | स्कूल, ब्लाक, जिला स्तर तक इसकी विस्तृत चर्चा व समीक्षा की गई | इसके हर एक बिंदु पर गंभीरतापूर्वक विचार विमर्श हुआ | परिणामतः सन 2019 तक ढाई लाख से भी अधिक सुझाव प्राप्त हुए | शायद यह विश्व का सबसे बड़ा सर्वे था जिसमें इतनी भारी संख्या में जन सामान्य की सहभागिता रही | प्राप्त सुझावों के आधार पर इस शिक्षा नीति में पुनः संशोधन किया गया और 29 जुलाई 2020 को इसे अंतिम रूप से लागू करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से दे दिया गया | आशा है कि यह शिक्षा नीति भारत को सुपर पावर बनाने में सहायक सिद्ध होगी | यह विचार विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के महामंत्री और प्रमुख शिक्षाविद देशराज शर्मा ने व्यक्त किए | उल्लेखनीय है कि 14 जुलाई को सर्वहितकारी शिक्षा समिति, पंजाब (विद्या भारती, पंजाब) के मुख्यालय विद्या धाम में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया था जिसमें देशराज शर्मा वार्ताकार के रूप में उपस्थित थे | प्रेस वार्ता का आरंभ मां सरस्वती के समक्ष देशराज शर्मा, विजय नड्डा, विजय ठाकुर और दैनिक जागरण के सीनियर चीफ रिपर्टर मनोज त्रिपाठी द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया | इससे बाद विद्या भारती पंजाब के वित्त सचिव विजय ठाकुर ने आए हुए गणमान्य पत्रकारों का स्वागत किया और मंच पर उपस्थित विद्या भारती के अधिकारियों का परिचय करवाया | देशराज शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 पर पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर देते हुए कहा कि यह शिक्षा नीति 34 वर्षों बाद आई है | जिसे क्रियान्वित करना अति आवश्यक है | कोई भी नीति या कोई भी योजना बिना कार्य व्यवहार में लाए व्यर्थ होती है | अतः यह हम सबका और मीडिया का तो विशेष रूप से दायित्व है कि इसको जन जन तक पहुंचाकर व्यवहारिक स्वरूप प्रदान किया जाए | एक प्रश्न के उत्तर में देश राज शर्मा ने कहा कि इस शिक्षा नीति की विशेषता है कि इसके अंतर्गत पुस्तकीय ज्ञान के साथ साथ कुछ व्यवहारिक व्यवसाय का भी ज्ञान दिया जाएगा ताकि छात्र स्कूल कालेज से निकल कर अपना ही कोई व्यवसाय शुरू कर सके | अंत में उन्होंने कहा कि विषय बहुत गहरा और गंभीर है | इसे चंद मिनटों में सबके सामने रखना संभव नहीं है परन्तु इसके मुख्य बिंदु आप सबके सामने रखे हैं | विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान इस शिक्षा नीति को क्रियान्वित करने में पूरी शक्ति से लगी हुई है | आप सभी से यही अपेक्षा है कि अपने अपने मीडिया माध्यमों से आप सभी भी इस कार्य में सहायक होंगे । इस पत्रकार वार्ता में जालन्धर के सभी प्रमुख समाचार पत्रों के पत्रकार और प्रमुख इलेक्ट्रानिक मीडिया के संचालक उपस्थित थे