Chandigarh(Davinder Garg):
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार और ग़ैर-कानूनी अभ्यासों के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरैंस नीति की वचनबद्धता दोहराते हुये भोआ से पूर्व कांग्रेसी विधायक जोगिन्द्र पाल को ग़ैर-कानूनी माइनिंग में शामिल पाये जाने के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। पठानकोट पुलिस ने विधायक को नाजायज माइनिंग करने के दोष के तहत गिरफ्तार किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए एस.एस.पी. पठानकोट अरुण सैनी ने बताया कि 8जून, 2022 को एक भरोसेयोग टैलिफ़ोन पर मिली सूचना के अंतर्गत कार्यवाही करते हुए पुलिस टीमों को गाँव माईरा कलाँ के नज़दीक एक क्रशर वाली जगह पर भेजा गया, जहाँ कुछ व्यक्ति पोकलेन जेसीबी के द्वारा ग़ैर-कानूनी माइनिंग करते पाये गए थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने मौके से पोकलेन जे. सी. बी और ट्रैक्टर-ट्रॉली को बरामद कर लिया है, जबकि पोकलेन ड्राइवर जिसकी पहचान सुनील कुमार के तौर पर हुई है और क्रशर का नुमायंदा जिसकी पहचान प्रकाश के तौर पर हुई है, मौके से फ़रार हो गए। बरामद की हुई पोकलेन जेसीबी तारागड़ के गाँव कीड़ी खुर्द के कृष्णा वाश्ड स्टोन क्रशर के नाम पर रजिस्टर्ड पाई गई।
इसके उपरांत पुलिस की तरफ से एफआईआर नंबर 49 तारीख़ 08/06/2022 को खनन और खनिज ( विकास और रैगूलेशन) एक्ट की धारा 21 (1) के अंतर्गत पठानकोट के तारागड़ पुलिस स्टेशन में दर्ज कर ली गई थी।
एस.एस.पी. ने आगे बताया कि जांच के दौरान पता लगा कि कृष्णा वाश्ड स्टोन क्रशर में पूर्व विधायक जोगिन्द्र पाल की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ज़िक्रयोग्य है कि आम आदमी पार्टी की ज़ीरो टॉलरैंस नीति पर चलते हुये मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के दोषों के अंतर्गत स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रीमंडल से भी बरख़ास्त किया था और वह अभी तक सलाखों के पीछे हैं।