Chandigarh(Harish Jindal):
भारतीय जनता पार्टी ने आज सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा उतारे गए राज्यसभा उम्मीदवारों की साख पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे या तो गैर-पंजाबी है या फिर गैर-राजनेता।
भाजपा के प्रदेश महासचिव डॉ. सुभाष शर्मा ने आज यहां कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा राज्य सरकार और स्थानीय नेतृत्व को निर्णय लेने में बिना किसी शक्ति या अधिकार के काल्पनिक नेताओं तक सीमित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी द्वारा नामांकित राघव चड्ढा और संदीप पाठक दोनों गैर-पंजाबी हैं, जबकि शेष तीन हरभजन सिंह, संजीव अरोड़ा और अशोक मित्तल की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है और पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में कारणों से राज्यसभा सीटों का प्रबंधन किया गया है।
भाजपा नेता ने कहा कि यह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सामान्य रूप से पंजाब के लोगों और विशेष रूप से लाखों पंजाबी आप कार्यकर्ताओं पर थोपा गया पूरी तरह से तानाशाही निर्णय है।
डॉ. सुभाष शर्मा ने आम आदमी पार्टी से सवाल किया कि क्या आपको ऐसा कोई पंजाबी कार्यकर्ता या नेता नहीं मिला जिसे आप राज्यसभा भेज सकें और वहां पंजाब की आवाज कौन उठाएगा? उन्होंने पूछा कि क्या यही दिल्ली से पंजाब के “शासन” की प्रक्रिया की शुरुआत है