Chandigarh(Harish Jindal):
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा नेप्रदेश में एकाएक विस्फोटों और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बढ़ौतरी अनियमित नहीं हैं। पंजाब बहुत मुश्किल में है क्योंकि कट्टरपंथी ताकतों को आम आदमी पार्टी में जगह मिल रही है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपने मतभेदों को छोड़कर पंजाब के सामाजिक सद्भाव को नष्ट करने के नापाक मंसूबों को रोकने के लिए एकजुट होना चाहिए।
अश्वनी शर्मा ने मोहाली में खुफिया मुख्यालय पर हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि पंजाब में स्थिति तेजी से बिगड़ रही है और हम, जिन्होंने आतंकवाद के काले दिनों को देखा है, आम आदमी पार्टी के उदासीन रवैये से दिल कांपता हैं। राज्य को मज़बूत मुख्यमंत्री के हाथों की जरूरत है जो निर्णायक रूप से ठोस निर्णय ले सके और पंजाब की अद्वितीय भौगोलिक स्थिति को समझ सके। पंजाब एक सीमावर्ती राज्य हैं। दुर्भाग्य से निर्णय लेना निर्वाचित प्रतिनिधियों के हाथ में नहीं है, बल्कि दिल्ली में बैठे केजरीवाल की एक कोर टीम के हाथ में है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि कट्टरपंथी ताकतें अचानक सामने आ कर बम धमाकों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। यह बहुत चिंताजनक है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को अरविंद केजरीवाल की बेड़ियों से बाहर निकलकर निर्णय लेने में खुद को मुखर करना चाहिए। हम विपक्ष में रहते हुए पंजाब को कड़ी मेहनत और बलिदानों से प्राप्त हुई शांति को किसी भी कीमत पर नष्ट नहीं होने देंगे। दिल्ली में बैठे अरविंद केजरीवाल और उनकी मंडली पंजाब की स्थिति को नहीं समझ सकते। केजरीवाल यह नहीं जानते कि अगर हमारे राज्य में शांति को नष्ट करने की कोशिश की गई तो पंजाबी उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। बेहतर होगा कि केजरीवाल अपनी नीच राजनीति को पंजाब से दूर रखें। भाजपा अपना कर्तव्य निभाते हुए सतर्क विपक्ष के रूप में काम करती रहेगी।