Kapurthala(Gaurav Maria):पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने पूर्व विधायक नवतेज सिंह चीमा के घर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान चीमा के घर पर सुखपाल खैहरा, अश्वनी सेखड़ी, मोहिंदर केपी सहित 24 पार्टी नेता पहुंचे। नवतेज सिंह चीमा के घर सुल्तानपुर लोधी में जुटे नेताओं ने हार पर मंथन के साथ-साथ भविष्य की रणनीति बनाई। हालांकि इस मीटिंग को गुप्त रखा गया। आस-पास किसी को आने नहीं दिया गया। सूत्रों का कहना है कि बैठक के जरिये सिद्धू एक बार फिर से अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को स्थापित करने के लिए नए रूप में सियासी पारी शुरू कर सकते हैं। नवतेज सिंह चीमा के घर जुटने के बारे में नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया। लिखा कि पंजाब के लिए हक सच की लड़ाई जारी रहेगी। बता दें, पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा। पार्टी की हार के बाद से सिद्धू राजनीतिक गतिविधियों से दूर थे, लेकिन चीमा के घर नेताओं को जुटाकर उन्होंने राजनीतिक गतिविधियां चलाने का संदेश दिया है। कांग्रेस की हार के बाद चौतरफा घिरे सिद्धू ने कई दिनों की सियासी खामोशी के बाद अचानक कांग्रेस हलकों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस आलाकमान की तरफ से नया प्रदेश प्रधान नियुक्त करने से पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की सक्रियता बढ़ गई है।इस बैठक में भुलत्थ के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा, फगवाड़ा के विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल, पूर्व विधायक नवतेज सिंह चीमा, अश्विनी सेखड़ी, राकेश पांडेय, रूपिंदर रूबी, नाजर सिंह मानशाहिया, महिंदर सिंह केपी, सुनील दत्ती के अलावा कई मौजूदा व पूर्व एमएलए शामिल हुए, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू, सुखपाल सिंह खैहरा व नवतेज सिंह चीमा के धुर विरोधी कपूरथला से कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह तथा उनके समर्थक लाडी शेरोवालिया व सुशील रिंकू आदि इस मीटिंग से दूर रहे।वहीं, लुधियाना के सांसद व पार्टी के वरिष्ठ नेता रवनीत बिट्टू ने सिद्धू के शक्ति प्रदर्शन पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ‘वेले दी नमाज, कुवेल दियां टक्करां।’ यानी अब लोगों एकजुट करके क्या करना, जब जरूरत थी तब ऐसे प्रयास नहीं किए गए।